
आष्टा , उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के गर्भगृह में अभिषेक कर लौट रहे महामंडलेश्वर स्वामी देव स्वरूपानंद सरस्वती का आष्टा नगर में भव्य स्वागत किया गया। विदित हो कि महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश और अभिषेक की अनुमति देश के केवल चुनिंदा विशेष व्यक्तियों को ही प्राप्त होती है। इसी विशेषाधिकार के अंतर्गत महामंडलेश्वर स्वरूपानंद जी ने महाकालेश्वर भगवान का पूजन एवं रुद्राभिषेक कर पुण्य लाभ प्राप्त किया , स्वामी जी के स्वागत के अवसर पर नगर परिषद जावर के उपाध्यक्ष तेज सिंह कप्तान, सीहोर जिले के युवा व्यवसायी लोकेंद्र सिंह कप्तान, आस्था टाटा शोरूम के प्रोपराइटर इंदर सिंह ठाकुर, नारायणी हॉस्पिटल श्रृंखला के संचालक डॉ. शैलेन्द्र सिंह ठाकुर, एवं युवा पत्रकार प्रतीक भावसार सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे। इस अवसर पर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “आप संसार में कहीं भी रहें, किसी भी क्षेत्र में कार्यरत हों, किंतु अपनी सनातन संस्कृति और मूल्यों को कभी न भूलें। यही हमारी असली पहचान है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन का कुछ अंश सनातन धर्म की सेवा में समर्पित करना चाहिए।”स्वामी जी ने सभी श्रद्धालुओं को वृंदावन स्थित अपने आश्रम में आने का आमंत्रण भी दिया और सभी को स्नेहिल आशीर्वाद प्रदान किया , इसके साथ ही उन्होंने आगामी नासिक कुंभ की तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि सभी अखाड़ों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारियां संभाल ली हैं और आयोजन की सफलता के लिए अभी से समर्पण भाव से कार्य कर रहे हैं , महामंडलेश्वर स्वामी देव स्वरूपानंद सरस्वती जी का यह दौरा ना केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि उन्होंने जनमानस को सनातन धर्म की महानता और उसकी सेवा की प्रेरणा भी प्रदान की।